
बैंक के नए नियम 2025: विस्तृत सारांश
बैंकिंग आज हर किसी की ज़िंदगी का एक अनिवार्य हिस्सा है। डिजिटल लेन-देन हो, पैसे जमा करना हो या निकालना हो, बैंकिंग नियमों की जानकारी होना बेहद ज़रूरी है। हर साल बैंकिंग क्षेत्र में कई बदलाव होते हैं और 2025 में भी कई बड़े नियम 1 मई से लागू होने जा रहे हैं, जिनका सीधा असर आम लोगों की जेब और दैनिक बैंकिंग कार्यों पर पड़ेगा। चाहे आप SBI, PNB, Bank of Baroda या किसी अन्य बड़े बैंक के ग्राहक हों, इन नए नियमों को जानना आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
प्रमुख बदलाव जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए:
- ATM से कैश निकालने के शुल्क: फ्री लिमिट के बाद अब निकासी महंगी होगी।
- न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता: खाते के क्षेत्र के अनुसार मिनिमम बैलेंस तय होगा।
- पॉजिटिव पे सिस्टम (PPS): 5000 रुपये से अधिक के चेक के लिए अनिवार्य।
- क्रेडिट कार्ड के फायदे और रिवॉर्ड्स: कई लाभों में कटौती की जाएगी।
- डिजिटल बैंकिंग सुरक्षा: बेहतर सुरक्षा उपाय जैसे 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन लागू होंगे।
- निष्क्रिय UPI अकाउंट: लंबे समय तक इस्तेमाल न होने पर बंद किए जाएंगे।
- KYC अपडेट: समय पर न करने पर खाता फ्रीज हो सकता है।
- बचत खाते की ब्याज दरें: कुछ बदलाव किए जाएंगे।
विस्तार से जानें ये बदलाव:
1. ATM से कैश निकालने के शुल्क में बढ़ोतरी
1 मई 2025 से ATM से कैश निकालना महंगा हो जाएगा। फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट खत्म होने के बाद अब प्रति निकासी शुल्क 17 रुपये से बढ़कर 19-23 रुपये हो जाएगा। बैलेंस चेक करने पर भी शुल्क बढ़कर 7 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन हो जाएगा। अपने बैंक के ATM पर हर महीने 5 और दूसरे बैंक के ATM पर (मेट्रो शहरों में 3, नॉन-मेट्रो में 5) फ्री ट्रांजैक्शन की सुविधा बनी रहेगी।
- सलाह: अतिरिक्त शुल्क से बचने के लिए बार-बार ATM से पैसे निकालने से बचें और डिजिटल ट्रांजैक्शन का अधिक उपयोग करें।
2. बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस नियम
अब आपके बचत खाते में आवश्यक न्यूनतम बैलेंस आपके बैंक खाते के स्थान (शहरी, अर्ध-शहरी, ग्रामीण) के अनुसार अलग-अलग होगा। यदि आप निर्धारित न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने में विफल रहते हैं, तो बैंक आपसे 50 से 500 रुपये तक का जुर्माना वसूल सकता है।
- सलाह: अपने खाते में हमेशा निर्धारित बैलेंस बनाए रखें ताकि पेनल्टी से बचा जा सके।
3. पॉजिटिव पे सिस्टम (PPS) लागू
बैंकिंग धोखाधड़ी को रोकने के लिए, 1 मई 2025 से कई बैंकों में पॉजिटिव पे सिस्टम लागू किया जा रहा है। इसके तहत, 5000 रुपये या उससे अधिक के चेक का भुगतान करने से पहले ग्राहक को चेक नंबर, तारीख, लाभार्थी का नाम और रकम की पुष्टि बैंक को देनी होगी। यह सत्यापन धोखाधड़ी और गलत लेन-देन से सुरक्षा प्रदान करेगा।
- फायदा: चेक फ्रॉड की घटनाओं में कमी आएगी और आपका पैसा अधिक सुरक्षित रहेगा।
4. क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड्स और बेनिफिट्स में कटौती
SBI, IDFC First Bank और अन्य बड़े बैंक अपने क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड्स और बेनिफिट्स में बदलाव कर रहे हैं। कई कार्ड्स पर मिलने वाले रिवॉर्ड पॉइंट्स, टिकट वाउचर, रिन्यूअल बेनिफिट्स और माइलस्टोन रिवॉर्ड्स अब कम हो सकते हैं या पूरी तरह बंद किए जा सकते हैं।
- सलाह: अपने क्रेडिट कार्ड के नए नियम और शर्तें ध्यान से पढ़ें ताकि आप अपने फायदे और नुकसान को समझ सकें।
5. डिजिटल बैंकिंग और सुरक्षा में वृद्धि
डिजिटल बैंकिंग को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए बैंक नए फीचर्स और सुरक्षा स्तर बढ़ा रहे हैं। इसमें हर डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (OTP या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन) और लॉगिन के लिए फिंगरप्रिंट या फेस रिकॉग्निशन जैसे बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन शामिल होंगे। साथ ही, AI आधारित चैटबॉट भी आपकी मदद के लिए उपलब्ध होंगे।
- फायदा: इससे ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी और आपकी बैंकिंग अधिक सुरक्षित होगी।
अन्य महत्वपूर्ण बदलाव:
- निष्क्रिय UPI अकाउंट होंगे बंद: यदि आपका UPI अकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय है, तो बैंक उसे बंद कर सकता है। समय-समय पर UPI का उपयोग करते रहें।
- KYC अपडेट अनिवार्य: समय पर KYC अपडेट न करने पर आपका खाता फ्रीज या ब्लॉक हो सकता है। आधार कार्ड, पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ जैसे दस्तावेज़ तैयार रखें।
- सेविंग्स अकाउंट ब्याज दरों में बदलाव: 2025 में कई बैंकों ने बचत खातों की ब्याज दरों में बदलाव किया है। SBI में अब 2.70% सालाना ब्याज मिलेगा, और कुछ खातों में नो मिनिमम बैलेंस की सुविधा भी दी गई है।
- RuPay डेबिट कार्ड: नए फीचर्स जैसे एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस और इंश्योरेंस कवर मिलेंगे।
- लोन दिशानिर्देश: पर्सनल लोन के लिए क्रेडिट स्कोर अब हर 15 दिन में अपडेट होगा, जिससे लोन अप्रूवल में सख्ती आएगी।
नए बैंकिंग नियमों का असर:
फायदे:
- लेन-देन की सुरक्षा बढ़ेगी।
- चेक धोखाधड़ी से बचाव होगा।
- डिजिटल बैंकिंग और सुरक्षित होगी।
- ब्याज दरों में पारदर्शिता बढ़ेगी।
नुकसान:
- बार-बार ATM से पैसे निकालना महंगा होगा।
- क्रेडिट कार्ड के कुछ फायदे कम हो सकते हैं।
- न्यूनतम बैलेंस न रखने पर जुर्माना लगेगा।
ज़रूरी सावधानियां:
- ATM का उपयोग महीने में फ्री लिमिट के अंदर ही करें।
- अपने खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें।
- चेक से भुगतान के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम का पालन करें।
- KYC और UPI को समय-समय पर अपडेट करते रहें।
- क्रेडिट कार्ड के नए नियमों को ध्यान से पढ़ें और समझें।
निष्कर्ष:
2025 में बैंकिंग के ये बड़े बदलाव हर ग्राहक के लिए जानना और समझना बेहद ज़रूरी है। इन नियमों का पालन न करने पर आपको आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए, अपने बैंकिंग व्यवहार में समय पर बदलाव लाएं और डिजिटल बैंकिंग को अपनाएं ताकि आपका पैसा सुरक्षित रहे और आप सभी बैंकिंग फायदों का लाभ उठा सकें।
Disclaimer: यह जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। बैंकिंग नियम समय-समय पर बदलते रहते हैं, इसलिए नवीनतम अपडेट के लिए हमेशा अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा से संपर्क करें। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।