
आठवां वेतन आयोग (8th Pay Commission) केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा है, जिसका उद्देश्य हर दस साल में उनकी सैलरी, भत्ते और पेंशन की समीक्षा करना है। 7वें वेतन आयोग के बाद यह नया आयोग केंद्र सरकार के करीब 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों को सीधा लाभ पहुंचाएगा। इसका मुख्य लक्ष्य बढ़ती महंगाई और जीवन-यापन के खर्चों के बीच कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है।
मुख्य विशेषताएं और अपेक्षित लाभ
- लागू होने की तिथि: 1 जनवरी 2026 (संभावित)
- अनुमानित वेतन वृद्धि: 20% से 35% (कुछ रिपोर्ट में 40-50% तक)
- फिटमेंट फैक्टर: 2.86 (संभावित)
- न्यूनतम बेसिक सैलरी: लेवल 1 के लिए ₹51,480 (संभावित)
- अधिकतम बेसिक सैलरी: लेवल 10 के लिए ₹1,60,446 (संभावित)
वेतन आयोग का उद्देश्य
8वां वेतन आयोग केंद्र सरकार द्वारा गठित एक पैनल है जो केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स की सैलरी, भत्ते और पेंशन स्ट्रक्चर की समीक्षा करता है। इसका मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों की बेसिक सैलरी और भत्तों में बढ़ोतरी करना, पेंशनर्स के लिए बेहतर पेंशन स्ट्रक्चर सुनिश्चित करना, महंगाई के अनुसार वेतन में संशोधन करना और कर्मचारियों की आर्थिक सुरक्षा तथा संतुष्टि बढ़ाना है।
सैलरी में कितनी बढ़ोतरी?
आठवें वेतन आयोग के तहत, लेवल 1 से 10 तक के कर्मचारियों की सैलरी में 20% से 35% तक की रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी की उम्मीद है। फिटमेंट फैक्टर, जो कि एक गुणांक है, जिसके द्वारा पुरानी बेसिक सैलरी को गुणा करके नई बेसिक सैलरी तय की जाती है, उसे 2.86 माना जा रहा है। उदाहरण के लिए, यदि वर्तमान बेसिक सैलरी ₹20,000 है, तो नई बेसिक सैलरी ₹20,000 x 2.86 = ₹57,200 होगी।
अनुमानित सैलरी स्ट्रक्चर (लेवल 1 से लेवल 10)
पे लेवल | 7वां सीपीसी बेसिक पे | 8वां सीपीसी संभावित बेसिक पे | वृद्धि (रुपये में) |
---|---|---|---|
लेवल 1 | ₹18,000 | ₹51,480 | ₹33,480 |
लेवल 10 | ₹56,100 | ₹1,60,446 | ₹1,04,346 |
नोट: ये आंकड़े संभावित हैं और अंतिम रिपोर्ट के बाद ही पुष्टि होगी।
अन्य लाभ
बेसिक सैलरी के साथ-साथ, कर्मचारियों को डियरनेस अलाउंस (DA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA), ट्रैवल अलाउंस और मेडिकल अलाउंस जैसे भत्तों में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। पेंशनभोगियों के लिए भी पेंशन स्ट्रक्चर में 30% तक का इजाफा होने की संभावना है।
पिछले वेतन आयोगों से तुलना
वेतन आयोग | लागू वर्ष | फिटमेंट फैक्टर | न्यूनतम सैलरी वृद्धि (%) |
---|---|---|---|
5वां सीपीसी | 1996 | 1.86 | 40% |
6वां सीपीसी | 2006 | 1.86 | 40% |
7वां सीपीसी | 2016 | 2.57 | 23-25% |
8वां सीपीसी | 2026 | 2.86 (संभावित) | 25-35% (संभावित) |
पिछले वेतन आयोगों में भी कर्मचारियों की सैलरी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, और 8वें वेतन आयोग से भी ऐसी ही बड़ी बढ़ोतरी की उम्मीद है।
अंतिम निष्कर्ष
आठवां वेतन आयोग केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक बड़ी राहत और वित्तीय सुरक्षा का माध्यम बनने वाला है। बेसिक सैलरी में संभावित वृद्धि, फिटमेंट फैक्टर में बदलाव, और भत्तों में बढ़ोतरी से उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी। हालांकि, अंतिम सिफारिशें और वेतन संरचना की पूरी जानकारी वेतन आयोग की रिपोर्ट जारी होने के बाद ही स्पष्ट होगी। फिलहाल, सभी आंकड़े संभावित अनुमानों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। सरकार की ओर से अंतिम नोटिफिकेशन का इंतजार करना आवश्यक है।