
भारतीय रेलवे टिकट बुकिंग के नए नियम 2025: विस्तृत सारांश
भारतीय रेलवे ने 1 मई 2025 से ट्रेन टिकट बुकिंग के नियमों में बड़े बदलावों की घोषणा की है। इन परिवर्तनों का मुख्य उद्देश्य यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग प्रक्रिया को और अधिक आसान, पारदर्शी, डिजिटल और सुरक्षित बनाना है, जिससे एजेंटों या दलालों की धांधली पर रोक लगाई जा सके। ये नियम डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने पर केंद्रित हैं, जिसका प्रभाव करोड़ों रेल यात्रियों पर पड़ेगा।
प्रमुख बदलाव (1 मई 2025 से लागू)
- एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP): अब सभी मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों के लिए टिकट बुकिंग 120 दिन पहले की जा सकेगी। यह नियम अब सभी ट्रेनों पर समान रूप से लागू होगा, जिससे यात्रियों को अपनी यात्रा योजना बनाने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा और अंतिम समय की भीड़ कम होगी।
- तत्काल टिकट बुकिंग:
- एसी क्लास की तत्काल बुकिंग सुबह 10:00 बजे से और स्लीपर क्लास की बुकिंग 11:00 बजे से शुरू होगी।
- तत्काल टिकट अब केवल ऑनलाइन माध्यम से ही बुक किए जा सकेंगे; काउंटर से बुकिंग उपलब्ध नहीं होगी।
- एक यूजर आईडी से एक दिन में अधिकतम 2 तत्काल टिकट ही बुक किए जा सकेंगे।
- तत्काल बुकिंग के लिए आधार सत्यापन (Aadhaar Verification) अनिवार्य कर दिया गया है।
- तत्काल टिकट के दाम मांग के अनुसार बदल सकते हैं (डायनामिक प्राइसिंग लागू होगी)।
- ई-टिकट सिस्टम: टिकट पूरी तरह से डिजिटल हो जाएंगे। अब यात्रियों को टिकट प्रिंट कराने की आवश्यकता नहीं होगी; वे अपने मोबाइल पर डिजिटल टिकट या क्यूआर कोड (QR Code) दिखाकर यात्रा कर सकेंगे, जिसे टीटीई द्वारा स्कैन किया जाएगा। इससे टिकट गुम होने का डर खत्म होगा।
- रिफंड नियम:
- टिकट रद्द करने के 24 घंटे के भीतर तेजी से रिफंड मिलेगा।
- स्लीपर क्लास के टिकट रद्द करने पर अब कैंसिलेशन फीस लगेगी।
- यदि ट्रेन 2 घंटे से अधिक लेट होती है, तो यात्री को बिना किसी शुल्क के स्वचालित रूप से रिफंड मिल जाएगा।
- कन्फर्म्ड तत्काल टिकट पर कोई रिफंड नहीं मिलेगा।
- वेटिंग लिस्ट नियम:
- स्लीपर और एसी क्लास में वेटिंग लिस्ट के टिकट अब मान्य नहीं होंगे (बैन कर दिए गए हैं)। ये केवल जनरल कोच में ही मान्य होंगे।
- यदि वेटिंग लिस्ट वाले यात्री आरक्षित कोच में यात्रा करते पाए जाते हैं, तो उन्हें बिना टिकट यात्री माना जाएगा और उन पर जुर्माना लगेगा।
- एजेंट बुकिंग पर रोक: तत्काल टिकट बुकिंग शुरू होने के पहले 30 मिनट तक एजेंटों द्वारा टिकट बुकिंग पर प्रतिबंध रहेगा, ताकि आम यात्रियों को पहले टिकट बुक करने का मौका मिल सके।
- शुल्क (Charges): रिजर्वेशन, सुपरफास्ट और तत्काल शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। डायनामिक प्राइसिंग भी लागू होगी, यानी मांग के हिसाब से किराया बदलेगा।
- पहचान प्रमाण (Identity Proof): टिकट बुकिंग के समय और यात्रा दोनों समय एक ही पहचान प्रमाण (ID Proof) दिखाना अनिवार्य होगा।
नए नियमों के फायदे
- यात्रियों के लिए अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
- एजेंटों और दलालों की धांधली पर प्रभावी रोक लगेगी।
- डिजिटल टिकट से कागज़ की बचत होगी और पर्यावरण को लाभ मिलेगा।
- रिफंड प्रक्रिया तेज और अधिक सुलभ होगी।
- टिकट बुकिंग में निष्पक्षता आएगी और वास्तविक यात्रियों को प्राथमिकता मिलेगी।
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
- टिकट बुकिंग के लिए केवल IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप का उपयोग करें।
- डिजिटल टिकट को अपने मोबाइल में सुरक्षित रखें और यात्रा के समय अपना पहचान प्रमाण साथ रखें।
- वेटिंग लिस्ट वाले टिकट पर आरक्षित कोच में यात्रा न करें, अन्यथा जुर्माना लग सकता है।
- टिकट कैंसिलेशन और रिफंड नीतियों को ध्यान से समझ लें।
- तत्काल बुकिंग के लिए आधार सत्यापन प्रक्रिया पहले से पूरी कर लें।
यह बदलाव भारतीय रेलवे को अधिक डिजिटल, पारदर्शी और यात्री-केंद्रित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे यात्रियों की यात्रा और भी आसान, सुरक्षित और सुविधाजनक होगी। किसी भी नियम की अंतिम पुष्टि के लिए रेलवे के आधिकारिक पोर्टल या नोटिफिकेशन देखें।